google-site-verification: google5cf1125c7e3f924f.html pina_AIA2RFAWACV3EAAAGAAFWDICOQVKPGQBAAAAALGD7ZSIHZR3SASLLWPCF6DKBWYFXGDEB37S2TICKKG6OVVIF3AHPRY7Q5IA { "event_id": "eventId0001" } { "event_id": "eventId0001" } https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec Astrologer: October 2025

Friday, October 31, 2025

दैनिक राशी फल कितना सच होता है....!

सभी ज्योतिष मित्रो को मेरा निवेदन है..., आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे..., मे किसी के लेखो की कोपी नहि करता..., किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही है..., कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्ता भाई..., और आगे भी नही बढ़ता..., आप आपके महेनत से त्यार होने से बहुत आगे बठा जाता है...,

धन्यवाद......,  जय द्वारकाधीश..., 

दैनिक राशी फल कितना सच होता है....!

में आप लोगों का हार्दिक स्वागत करता हूं कि आप लोग कुशल मंगल होंगे कि आज का जो यह वीडियो है बहुत ही महत्वपूर्ण समाज में आज मीडिया में बहुत ही भ्रामक स्थिति चल रही है...! 

इसी विषय को लेकर के हम उपस्थित हुए हैं क्या आप भोज पड़ते हैं दैनिक राशिफल दैनिक राशिफल कितना सच होता है....! 

इस से हम इसलिए ऐड करेंगे क्योंकि लोग इतने भ्रमित हो चुके हैं मीडिया में इतने भ्रामक स्थिति यह है

कि लोगों का भारतीय ज्योतिष शास्त्र के ऊपर विश्वास नहीं बन पा रहा है और धनियां फैलती जा रही है...! 

कि व्यायाम दीजिए का या आप सभी मैं न्यूज़ चैनलों और समाचार पत्रों में नित्य प्रसारित जो होता है...! 

प्रकाशित होते रहते हैं दैनिक राशिफल को तो अवश्य देख रहे होंगे सुन रहे होंगे...! 

लेकिन आजकल अधिकांश व्यक्ति प्रातः काल समाचार पत्र में सर्वप्रथम दैनिक राशिफल वाले इस तरह में अपनी राशि का हृदय करके वह अपने दिन का पूर्वानुमान लगाने में उत्सुक रहते हैं...! 

और जब शाम को सूरज ढलता है तो हम महसूस करते हैं...! 





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कि उनकी राशि का जो फलित दैनिक राशिफल में बताया गया था...! 

वह तो पसंद की निकला अब उसके बाद इसका परिणाम क्या होता है...! 

है अब इसके बाद वे ज्योतिष शास्त्र को कोसने लगते हैं उनकी आस्था अपने लगती है यह एक सामान्य प्रक्रिया है....! 

है लेकिन हम आप लोगों के बीच में जो उपस्थित हुए हैं...! 

इसी तरीके को लेकर के विश्लेषण करेंगे और आप लोगों के व्यक्तियों को दूर करने का प्रयास करेंगे कि....! 

आज हम आप लोगों को दैनिक राशिफल से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण प्रामाणिक तथ्यों पर चर्चा करेंगे कि हम आप सभी सनातन धर्मी शुभचिंतकों को यह बतला देना चाहते हैं....! 

कि आजकल जिस प्रकार दैनिक राशिफल बताया जा रहा है....! 

जो प्रकाशित किया जा रहा है वह ग्रामक एवं और प्रमाणित होता है...! 

उसका कोई शास्त्र से लेना देना नहीं है...! 

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ज्योतिषीय आधार भी नहीं होता है....! 

अब है इसका कारण क्या है है कि करीब - करीब 99 वृद्धि दैनिक राशिफल का त्वरित शक्ति निकलता है...! 

जिन व्यक्तियों सही होता भी है तो वह उनकी निजी जन्मपत्रिका की ग्रंथियों दशाओं का परिणाम होता है...! 






आप निश्चित ही यह बात सुनकर चौंक जाएंगे हम कुछ विद्वान इससे अपने भिन्न भिन्न राय ही रखेंगे प्रक्रिया भी किंतु हम यहां आपके विचार है तू कुछ सब ठीक प्रस्तुत कर देना चाहते हैं...! 

जिनके अध्ययन से आप पधारे राशिफल प्रामाणिकता का अंदाजा लगा सकते हैं....! 

आसानी से लेकिन ध्यान दीजिएगा कि भारतीय ज्योतिष शास्त्र में लिप्त के लिए ग्रह - स्थिति मुख्य रूप से उत्तरदाई होता है...! 

कि चाहे वह जन्म पत्रिका की ग्रह स्थिति हो यह गोचरीय स्थिति हो ज्योतिष के गोचर शास्त्र के अनुसार ग्रह गोचर था छात्रों के राशि परिवर्तन की प्रतिदिन नहीं होती है...! 

ग्रहों का राशि परिवर्तन प्रतिदिन नहीं होता है हर ग्रहों का अलग-अलग समय है है...! 

अब यह जो नंबर ग्रह नवग्रहों के बोतल का अलग - अलग काल है...! 

समय है जिन में सूर्य बुध भगत एक माप मंगल 57 दिन गुरु एक वर्ष राहु - केतु डेढ़ वर्ष पुत्र शनि ड्राइव वर्ष में अपनी राशि परिवर्तन करते हैं....! 

यह सभी लोग जानते हैं फिर भ्रामक स्थिति में बड़े जाते हैं...! 

क्योंकि मीडिया में बहुत ही भ्रामक स्थिति चल रही है...! 

अब हम बात करेंगे इस चंद्रमा के लिए बहुत ही सरल प्रक्रिया में आता हूं ताकि आप लोग इन चीजों से बचें चंद्रमा के गोत्र की तो चंद्रमा भी सवा दो दिन में अपनी राशि परिवर्तन करता है....! 
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इसका आशय यह हुआ कि सवा दो दिन तक तो ग्रहण में परिवर्तन होगा यदि किसी ग्रह का गोचर हुआ तो अगले दिन से लेकर इन दिनों तक यही स्थिति रहेगी जो वृश्चिक राशि में स्थित है....! 

उसी राशि में रहेगा तो ओर से सम्मान जो सामान्य स्थिति है...! 

जो ग्रह स्थिति के आधार पर फलित प्रति कैसे परिवर्तित हो सकता है...! 

आप विचार कर सकते हैं स्वयं सोच सकते हैं स्वयं निर्णय ले सकते हैं...! 

ब्रह्म क्यों पड़ते हैं अब ध्यान दीजिए का्य जन्मपत्रिका सर्वाधिक जो महत्वपूर्ण होती है....! 

वह किस कसूर की पर होती है हमारा जो या भारतीय ज्योतिष है....! 

कि भारतीय ज्योतिष शास्त्र में किसी जातक के फलित के लिए उसकी जन्मपत्रिका की लग्न कुंडली को सर्वाधिक महत्व प्रदान किया गया है....! 

इसके पश्चात नवमांश कुंडली है कि वर्ग कुंडली है फिर भी छोकरी 10 वें उसके बाद योगिनी दशा लें और साथ में और इसके अंत में वाउचर को मान्यता दी गई है...! 

जब हम च को ही फलित करते समय सबसे अंतिम पायदान पर रखा जाता है...! 

तो केवल चंद्रमा के वाउचर व नक्षत्र से दैनिक राशिफल निकालना कहां तक उचित होगा कहां तक प्रामाणिक होगा अ कि दैनिक राशिफल भी होता है....! 

लेकिन उपयुक्त आधार पर क्या यह मान लिया जाए कि भारतीय ज्योतिष शास्त्र में दैनिक राशिफल होता ही नहीं है...! 

कि यहां पर ध्यान देने की बात है समझने की बात है ऐसा नहीं है...! 

दैनिक राशिफल भी ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत ही आता है किंतु वह प्रत्येक जातक का निजी होता है...! 

और उसका आधार क्या होता है....! 

प्रश्न कुंडली वन नष्ट जातिगत पद्धति होता है....! 

तो उस दैनिक राशिफल के लिए व्यक्ति को दही व घी के पास जोशी से प्रश्न करना होता है....! 

या प्रश्न करना होता है कि मेरा आज का दिन कैसा रहेगा तब ज्योतिषी प्रश्न ज्योतिष कुंडली के आधार पर अथवा उस व्यक्ति के को जो अंक होता है...! 

अंकों पूछ कर दिए आप शास्त्र के माध्यम से कि उसके सिंह के बारे में गणना करके उस दिन का भविष्य संकेत देते हैं....! 

यह तो हो गया आधार इस प्रकार का दैनिक राशिफल व्यक्तिगत होता है...! 

कि सार्वजनिक तय क्रश फल होता है....! 

सार्वजनिक दश लिंक राशिफल का किसी भी शास्त्र में कोई भी प्रमाण नहीं है....! 

यह बिल्कुल भ्रामक स्थिति हैं हमारे मतानुसार जो शास्त्र को हम अध्ययन किए हैं....! 

जिस शास्त्र के माध्यम से हम जो है अंधकार को दूर करते हैं....! 

जो भविष्य में घटने वाली घटनाएं हैं उनका हम जानकारी प्राप्त करते हैं...! 

तो ध्यान दीजिएगा कि हमारे मतानुसार समा चार पत्रों और न्यूज चैनलों ने जो आज प्रसारित व प्रकाशित होने वाले दैनिक राशिफल के भरत को गंभीरता से लेते हुए...! 

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अपनी जन्म पत्रिका के ट्रस्टियों दशाओं अपनी राशि बूचर पर अधिक विश्वास करना चाहिए यह शास्त्री मत है....! 

यह हमारे ऋषि यों के द्वारा उद्धृत तथ्य है है...! 

अब यदि किसी दिन के बारे में जानने की अभिलाषा हो उस चुकता हो...! 

तो उसके लिए बहुत आवश्यक हो तो किसी विद्वान दायित्व किसे प्रश्न करके इस संबंध में निर्णय करना अधिक श्रेयस्कर वह लाभदायक करता है...! 

तो आशा करता हूं कि आप लोग यह जो ब्रह्म की स्थितियां चल रही है...! 

इस से आप लोग जो है स्पष्ट रूप से कंफर्म हो गए हैं है तो यह जो जानकारी है...! 

आपको कैसी लगी आप वीडियो को लाइक करते हैं...! 

कमेंट करके अवश्य लाने और जिन सज्जन को कोई भी प्रश्न बनता है तो आप अवश्य कमेंट करें...! 

उसका शास्त्रोक्त विधि के हिसाब से समाधान किया जाएगा....! 

लेकिन आप लोगों से हाथ जोड़कर के पूरे निवेदन करता हूं कि इन भ्रामक पोल कल्पित तथ्यों पर विचार करें....! 

क्योंकि निराधार है जो आधार है....! 

उस आधारित आप जो है कसम की पर रखते हुए है उन बच्चों पर आप रिचार्ज कराने अवश्य सफलता मिलेगी....! 

इसी तरह से बहुत सारे वीडियो पड़े यह चैनल पर आप चाहे तो देख सकते हैं...! 

और जो भी सही पहली बार इस प्रोग्राम को देख रहे हैं....! 

आप भी जुड़ने के लिए आप ब्लॉग पोस्ट को सब्सक्राइब कर लें ने लाइक कर लें...! 

में ताकि इसी तरह से प्रोग्राम का नोटिफिकेशन आपको पहुंचे और आप भी जानकारी प्राप्त करें...! 

अपने समाज में अपने रिश्तेदार में अपने भाई - बंधुओं में अधिक से अधिक इसको शेयर करें...! 

पहुंचाने ताकि लोग दिग्भ्रमित न हो जो हमारी भारतीय पद्धति है....! 

जो हमारे पूर्वजों द्वारा लिखित तथ्य है उसका आधार लें उस आधार से श्रद्धापूर्वक हम उसको अपना में और चतुर्दिक विकास करें जो अंधकार शीघ्र है....! 

ज्योतिष शास्त्र ऐसा है कि अंधकार से प्रकाश की ओर ले करके जाता है हर इंसान युक्त रहता है....! 

अपने भविष्य को जानने के लिए तो यह ज्योतिष शास्त्र बहुत ही महत्वपूर्ण शास्त्र है...! 

लेकिन यह जो इतना आम नंबर 8 चल कल जो चल रहा है....! 

इस से मुक्ति पाने के लिए आपको सजग होना होगा और उसके बाद एक दूसरे को आप को मोटिवेट करना होगा...! 

ज्यादा सेट करना होगा कि भ्रामक टीमों पर अपने तो मित्रों आज के लिए इतना...! 

ही इसी तरह से भी चर्चाओं को लेकर के उपस्थित होंगे.....! 

तब तक के लिए हर महादेव जय मां अंबे

!!!!! शुभमस्तु !!!
🙏हर हर महादेव हर...!!
जय माँ अंबे ...!!!🙏🙏

पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 
" Opp. Shri Satvara vidhyarthi bhuvn,
" Shri Aalbai Niwas "
Shri Maha Prabhuji bethak Road,
सेल नंबर: . ‪+ 91- 9427236337‬ / ‪+ 91- 9426633096‬  ( GUJARAT )
Skype : astrologer85
Email: prabhurajyguru@gmail.com
आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. 
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

Wednesday, October 29, 2025

मृत्यु योग जाने कैसे....!

सभी ज्योतिष मित्रो को मेरा निवेदन है..., आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे..., मे किसी के लेखो की कोपी नहि करता..., किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही है..., कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्ता भाई..., और आगे भी नही बढ़ता..., आप आपके महेनत से त्यार होने से बहुत आगे बठा जाता है...,

धन्यवाद......,  जय द्वारकाधीश...,

मृत्यु योग जाने कैसे....!

मृत्यु योग जाने कैसे....!


अखिल भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत जैसा कि मैं आप लोगों को कि सात प्रकार का के वृक्ष के बारे में चर्चा किए....! 

कि बालारिष्ट योग रिस्ट कि अल्पायु से मध्यायु दीर्घायु इस दिव्य आयुष एवं अमित आयुक्त तो अभी आप लोगों के सामने हम चर्चा करेंगे....! 

इस प्रकार की जो योग हैं कैसे बनाते हैं और इससे बचाओ तो हम क्या करें का हिंदी क्या होता है....! 

का सबसे प्रथम ए सनम में सर्वप्रथम यह जानने का प्रयास करते हैं है...! 

कि जन्म से आवर्तक की आईडी होती है उसे अखिल भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत का बालारिष्ट कहा गया है....! 





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कि यह रोती क्यों है इसको भी जानना आवश्यक है.....! 

कि किस कारण से होती है कि किस परिस्थिति में होती है हैं....! 

तो आइए स्टेट विचार करते हैं तो जातक के जन्मांग चक्र में लग्न से 168 12 स्थान में पाप ग्रहों से युक्त चंद्रमा हो तब व्यक्ति की मृत्यु बाल्यावस्था में हो जाती है है....! 

इस के अलावा कि सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण का समय जो होता है में सूर्य चंद्र राहु एक ही राशि में हो तथा लग्न पर क्रूर ग्रह उग्र मतलब शनि मंगल के पीछे आया हो तब बालक के साथ माता - पिता की मृत्यु का भी डू योग बनता है....! 

अलग से छठे भाव में चंद्रमा लग्न में सभी और सप्तम में मंगल हो तो बालक के पिता की मृत्यु करवा दू योग बनता है....! 

अथवा यह मृत्यु तुल्य कष्ट प्राप्त होता है हैं....! 

अब इनसे बचने का उपाय क्या होता है इन से बचाते से जाता है....! 





इस ग्रंथों में कि बालारिष्ट योग से बचने के लिए ने बताया गया है कि बालक अपने साथी का चंद्रमा और मोती काले धागे में डाल करके बनाया जाता है....! 

इस से पालक के सिर से मृत्यु का संकट टल जाता है...! 

ऐसा कि हमारे भारतीय विद्वानों का मत है कि दूसरे नंबर पर आते हैं....! 

योगारिष्ट योगारिष्ट कैसे बनता है...!

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एक हाथ वर्ष के पश्चात आप भी इस वर्ष पहले इ में होने वाली लड़की को योगारिष्ट कहा जाता है....! 

कि इस प्रकार की मृत्यु तब होती है जब जातक के जन्म कुंडली के अंतर्गत अष्टम भाव में शनि मंगल के सिर पूर्वग्रहों से दूषित हो जाता है...! 

और लग्न में बैठा विपरीत ग्रह वक्री होता है इसलिए इसे योगारिष्ट करते हैं....! 

दूसरी अमावस्या से पहले की चतुर्दशी और अष्टमी को यह योग गुरु प्रभाव रहता है....! 

जिन लोगों के माता-पिता कर्मों में लिप्त रहते हैं उनके बालों के योग से ही होती है हैं....! 

अब इनसे बचने के उपाय क्या है योग बारिश से बचने के लिए...!


कि भारतीय शास्त्रों के अंतर्गत है ऐसे जातक के माता - पिता को सत्कर्म करना चाहिए...! 

यह दिए इसी का धन स्वर्ण को पूरा लेते हैं या किसी की हत्या में लिख सकते हैं....! 

तब उनके बालों की मृत्यु विश्व में में आ जाती है है ऐसे परिस्थिति में कि ऐसे जातक के लिए मैं सिर्फ एक उपाय यह उपाय क्या है सिर्फ की उपाधि कि ऐसे जातक के लिए...! 

कि कालों के काल महाकाल कि शिव की उपासना एक मात्र साधन है कि अब है इसके बाद कि योगारिष्ट की चर्चा कर दिए अब इसके बाद जो है में आता है अल्पायु हैं....! 

अल्पायु में को 206 32 वर्ष की आयु को कि हमारे ऋषि-मुनियों मधुकरा

कि अल्प आयु का नाम दिया अल्पायु योग बनता कैसे है....! 

कि यदि लगने चंद्र राशि में है जैसे मेष कर्क तुला मकर राशि में हो तथा अष्टमेश वृषभ राशि मिथुन कन्या धनु मीन राशियों में हो तब अल्पायु योग बनता है...! 

यदि लग्नेश शुक्र शत्रु हो तब जातक अल्पायु होता है है....! 

इसी प्रकार यदि शनि और चंद्रमा दोनों स्थित राशि में हो अथवा एक शब्द और दूसरा द्विस्वभाव राशि में हो तब व्यक्ति की मृत्यु बीच से 32 वर्ष की आयु में होती है....! 

जिसे हम मत भाइयों के नाम से जानते हैं....! 

आइए इनसे बचने के उपाय इनका परिहार परिहार के लिए ज्योतिषशास्त्र में जो उपाय बताए....!

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गए लेकिन जो हमारे लिए सरल हो सुगम हो उपाय को अपनाकर कर सकते हैं...! 

इस के लिए महामृत्युंजय का प्रयोग कि प्रत्येक माह की दोनों अष्टमी को शिवजी का दही से अभिषेक करना श्रेयस्कर बताया गया है....! 

कि इसके बार का वध आयोग की चर्चा करते हैं 125 वर्ष के लाभ ा 164 264 वर्ष तक की आयु को मजबूत कहा गया है....! 

कि बनता कहते हैं यदि लग्न में सूर्य कसम ग्रहों है है तब यह योग बनता है....! 

अर्थात मिथुन व कन्या लग्न वालों की प्रायः मत का उपयोग होती है....! 

कि यदि लग्नेश तथा अष्टमेश में में से एक जल राशि मेष कर्क तुला मकर तथा विकराल स्थिति जैसे वृषभ सिंह वृश्चिक कुंभ किन राज्यों में हो तब जातक की मृत्यु योग होती है....! 

यदि शनि और चंद्रमा दोनों भी स्वभाव राशि में हो या एक स्तर तथा दूसरा स्थिर राशि में हो तब जातक पधारो योग पर होता है...! 

तथा यदि लग्नेश तथा अष्टमेश सामान्य के स्थानों में हो तब भी जातक मत भायऊ होता है....! 

कई विद्वानों का मत यह भी है कि मदारियों योग वाले यात्रियों की मृत्यु जन्म स्थान से दूर होती है है...! 

अब इसे भी बचने का उपाय मैं अभी से बचने के लिए....! 

इस जातक को चांदी का स्वस्तिक बनाकर के गले में धारण करना चाहिए प्रत्येक शनिवार को गरीबों को काले कंबल एवं चप्पल का दान देना चाहिए....!

कि यह उपाय ऐसे जातक के लिए श्री अख्तर बताया गया अब पांचवें नंबर पर आते हैं....! 

दीर्घायु के लिए ए दिल भाइयों योग भारतीय ज्योतिष शास्त्र में तो वो फट से में 120 वर्ष की आयु तक होने वाली मृत्यु को दीर्घायु अथवा पूर्ण ऐसा कहा जाता है....! 

यदि जन्म लगने सूर्य मित्र हो तो व्यक्ति को पूर्ण आयु प्राप्त होती है....! 

लग्नेश और अष्टमेश शुक्र दोनों उच्च राशि में हो तो जातक दीर्घायु होता है......! 







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लग्नेश तथा अष्टमेश में से एक स्थिति तथा दूसरा द्विस्वभाव राशि में हो तो जातक दीर्घायु होता है यदि शुभ ग्रह तथा लगने केंद्र में हो तो जातक दीर्घायु होता है....!

लग्न में गुरु शुक्र के साथ हो की दृष्टि पड़ रही हो तो जातक पूर्ण करता है....! 

लगने पूर्ण बली हो तथा कोई भी ग्रह उससे उत्सव या मित्र राशि के आठवें अबे हो तब भी जातक की पूर्ण आयु होती है....! 

कि इस योग वाले जातक को जीवन आम तौर पर सुखमय व्यतीत करता है....! 

ऐसा देखा गया है लेकिन बीच - बीच में कई प्रकार के रोग परेशान करते रहते हैं....! 

इन लोगों को जीवन पर्यंत और विष्णु की उपासना आराधना करनी चाहिए....! 

कि अब छह नंबर का लो जिस भी आलू बताया गया है देखिए यहां पर विचार करने की बात है....! 

और पूर्ण आयु 120 वर्ष ने बताया गया है अब इसके ऊपर हम चलते हैं....!

मैं तो बस पिता है कि आयोग से जुड़ा नहीं है किंतु यह बताता है....! 

कि व्यक्ति का जीवन कैसा होगा अपने जीवन को किस प्रकार से का यदि की कुंडली में शुभ ग्रह बुध बृहस्पति शुक्र और चंद्रमा केंद्र और त्रिकोण में हो और सब पाप ग्रह 3 - 6 - 11 स्थानों तथा अष्टम भाव में शुभ ग्रह हों....! 

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शुभ राशि हो तो व्यक्ति के जीवन में दिव्य आलू का प्रादुर्भाव होता है....! 

तब ऐसा योग प्राप्त होता है ऐसा जातक जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं....! 

कि यज्ञ अनुष्ठान क्रियाओं के द्वारा हजारों वर्ष हमारे ऋषि - मुनि इसी के माध्यम से अपने जीवन को बढ़ाते गए तो कि आदित्य दुर्गम है.....! 

किंतु ग्रंथों में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि ऐसे जातक का जन्म मृत्यु लोक में संभव नहीं है....! 

कि ऐसी आयुक्त अपॉइंट ऋषि - मुनि ही पा सकते हैं...! 

जैसे भारत द्वारा जिस अगस्त ऋषि इत्यादि ड्रॉप लोगों ने देवरहवा बाबा का नाम सुना होगा यह लोग दो है.....! 

तपोनिष्ठ थे तो ऐसे लोगों को इस तरह का योग को प्राप्त हुआ कि अब सातवें नंबर पर जो चर्चा की गई है....! 

तो उसके लिए बताया क्या है अमित आयोग अब यह अमितायु क्या है....! 

अमित आलू पाने वाले प्राणी भी दुर्लभ देवताओं व सचिव व को ऐसी आलू प्राप्त होती है....! 

इस के अनुसार यदि गुरु ग्राम पुनः अपने चतुर्थ वर्ग में होकर केंद्र में हो शुक्र प्रावधान अपने शरीर में हो एवं कर्क लग्न तब तक मानव देवता होता है....! 

जिसकी कोई सीमा नहीं होती है और यह इच्छा मृत्यु का वर पाने में सक्षम होता है कुछ विद्वानों का मत है लोगों ने पितामह मैं तो फेसबुक की तमाम आपको ऐसा योग प्राप्त हुआ था....! 

इच्छा मृत्यु का वरदान था उनको मृत्यु प्रत्येक व्यक्ति के लिए अटल सकती है....! 

फिर भी ग्रहों के योग का आलू के निर्धारण में बहुत बड़ी भूमिका होती है....! 

कुछ विशिष्ट उपाय मृत्यु को कुछ समय के लिए उन उपायों को करके हम डाल सकते हैं....!

लेकिन जिस तरह से जन्म निश्चित है उसी तरह से पीड़ित है तो आप लोगों के सामने हम भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत व जो मृत्यु के साथ प्रकार बताए गए....! 

जो उसका उपाय बताया गया आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया और इसी तरह से आप लोगों का का प्यार मैं कुत्ता वर्धन मिलता रहेगा है....! 

तो इसी तरह की चर्चा लेकर कि आप लोगों के सामने कि मैं ज्योतिषाचार्य पंडित पंडारामा राज्यगुरु प्रभु वोरीया आप लोगों का बहुत - बहुत धन्यवाद ज्ञापित करता हूं है....! 

जो आप लोग ता वर्धन करते रहते हैं....! 

तो ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत जो हमारी इसकी मृत्यु द्वारा कि उनके अनुभव लिखे गए हैं....! 

!!!!! शुभमस्तु !!!

🙏हर हर महादेव हर...!!
जय माँ अंबे ...!!!🙏🙏

पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर: -
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Tuesday, October 28, 2025

अपनी कुंडली से गंभीर बीमारी के संकेत...!

सभी ज्योतिष मित्रो को मेरा निवेदन है..., आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे..., मे किसी के लेखो की कोपी नहि करता..., किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही है..., कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्ता भाई..., और आगे भी नही बढ़ता..., आप आपके महेनत से त्यार होने से बहुत आगे बठा जाता है...,

धन्यवाद......,  जय द्वारकाधीश...,

अपनी कुंडली से गंभीर बीमारी के संकेत...!

अपनी कुंडली से गंभीर बीमारी के संकेत...!


भारतीय ज्योतिष नौ ग्रह ब्लॉग पोस्ट में आप लोगों का हार्दिक स्वागत करता हूं मेरे प्रिय मित्रों कि आज के समय में हर इंसान मैं अपने फिर को लेकर परेशान है....! 

कि आज हम वही चर्चा करने वाले हैं है कि स्वास्थ्य का कारक कि हमारे भारतीय ज्योतिषियों ने है...! 

कि हमारे ऋषि यों ने हमारे उन्होंने है ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत बहुत ही सुंदर विवेचन किया हुआ है...! 

इस चर्चा को लेकर लोगों के समक्ष उपस्थित व्वे आज हम आपको बताएंगे कि आप अपने उंगली से कैसे ज्ञात करें कि आपको कौन सा गंभीर बीमारी होने वाली है कौन सी घटना दुर्घटना होने वाली है....! 





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हर इंसान के जीवन में घटनाएं घटने लगी रहती है तो हमारे जीवन में क्या संघ के देने वाला है....! 

यह सब्सक्राइब करें इससे पहले ढक्कन को नमन करते हैं....! 

कि आदित्य अधिग्रहण सर्वे न धर्म लुट उद्दाम शेषा जन अधिकार मित्रों को की कुंडली के अंतर्गत कौन से पूरे ग्रह के कारण कौन सी बीमारी उत्पन्न होती है....! 

इस के लिए की कुंडली के अंतर्गत अगर पूरी तरह से कुपित जाता होता है....! 

तो सूर्य के अशुभ प्रभाव के कारण मस्त किरदार नेत्र कर्ण रोग और मधुमेह जैसी बीमारियां होती हैं...! 

रोग संस्थान सचिव है कि अगर स्वच्छ भाव पर बुरे ग्रहों की दृष्टि हो मुराद तरह बैठ गया और है...! 

तो ऐसे सिटी में वह तरह के जातकों को ए टोबो प्रभाव देता है और वही चीज आप लोगों से नए बतलाना चाहता हूं...! 

कि सूर्या अगर अब होगा तो वह में अशुभ फल जातक को प्राप्त करे का यह उसी तरह से चंद्रमा चंद्रमा के प्रभाव के कारण ए मलेफिक रोग चंद्रमा मन का कारक है....! 

तुम प्रभाव प्रॉब्लम नहीं तो उन्माद में कार दुर्घटना चंद्रमा जल का कारक चंद्रमा अगर अशुभ है...! 

पीड़ित है तो जल से उन्माद रोग उद्विग्नता पागलपन के लक्षण इस प्रकार हैं...! 

यदि कुंडली में मंगल के के कुपित होने पर पृथ्वी का त्वचा रोग टाइफाइड और अपेंडिक्स जैसे रोग उत्पन्न होते हैं...! 


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हमारे ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत ने बहुत ही सुंदर ढंग से विवेचन किया है....! 

जिसका हम आप लोगों के समक्ष यह सारी चीजें व्रत करते हैं...! 

और इतना ही नहीं उक्त लोगों ने कि मैं यह कहना चाहूंगा....! 

कि आप लोग इस पर विचार करें वीरवार विश्लेषण का विषय यह विश्लेषण का विषय है....! 

इस के अंतर्गत हमारे ने जो कुछ स्थिति बदल गई है....! 

तो उस पर हम विचार करेंगे इस हमको उसका प्रभाव हमारे जीवन में अवश्य मिलेगा और इसमें किसी भी प्रकार की कोई भी कहीं से कोई भी समस्या उत्पन्न होगी...!

अब आप लोगों को इस के आगे की स्थिति बताते हैं कि....! 

जैसे कि हमारे जीवन में है जो है....! 

जैसे मंगल है कि अब है जो और मंगल के बाद बुध की स्थिति बुद्धि का कारक सुंदर संबंधित समस्या उत्पन्न करेगा....! 
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पिकअप अधिक आयु नाक और गले से संबंधित समस्या उत्पन्न करेगा और बौद्धिक क्षमता ने उसी तरह से व्यक्ति अगर बृहस्पति का स्वभाव से संबंधित होता है....! 

इस भाव में स्थित हो जाता है तो सब्सक्राइब कुपित होने की गठिया रोग देता गठिया के लक्षण प्राप्त हो जाते हैं....! 

है कमर एवं जोड़ों का दर्द उत्पन्न हो जाता है सूजन हो जाता है कब्जे की बीमारी होती है....! 

इस के साथ कुंडली में अगर ए रुक टुकुर शरीर के समस्त का कारक तो अगर शुक्र पीड़ित होता है....! 






तो शुक्र के कुपित होने पर वात और कफ रोग उत्पन्न होते हैं ताकि शरीर के अंदरूनी प्रिवेंट होते हैं....! 

हैं इनके समस्या आ जाती है....! 

है और की कुंडली में शनि ग्रह के कुपित होने पर वात एवं कफ रोग असाध्य रोग होता है....! 

कैंसर का रोग शांति रोग कि गुर्दे का रोग ऐसे गंभीर बीमारियां उत्पन्न होती है....! 

कुंडली में अगर यही राहु शुगर के व्यक्ति को में संक्रामक रोग उत्पन्न कर आता है...! 

रोग उत्पन्न कर आता है विशेषज्ञ पीड़ा उत्पन्न करता है....!

और हाथ - पैरों में दर्द जोड़ों का दर्द गैस का दर्द यही राहुल बनकर आता है...! 

इस के तारे छूके तू है मित्रों अब यही है....! 

तो यही लोगे तो है यह के पत्तों से कई तरह की बीमारियां उत्पन्न करेगा का या कि इन बीमारियों से बचने के लिए अ और केतु भी कि मुंबई जैसा फल देता है....! 

है तो केतु का जो कुप्रभाव है उसी के तू के चलते हमको कि ब्लड की समस्या होगी है.....! 

जो पॉलिटेक्निक इसको बोलते हैं उसको ग्रस्त करें का या उसने समस्या उत्पन्न करेगा तो है....! 

तो मेरे कहने का अभिप्राय यह है कि जिसने भी की कि ग्रह में अशुभ फल देने वाले हैं....! 

उन से बचने के लिए है उनसे मिलान के लिए उससे संबंधित देवताओं की उपासना करनी पड़ेगी हर ग्रहों के हमारे ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत पति ने कि हर प्रभु का देवता बतलाया है....! 

तो उस ग्रह से संबंधित देवताओं की उपासना करने से कि जिस ग्रह से कि पीड़ित व्यक्ति होता है....! 

मैं तुम से संबंधित रोगों से छुटकारा प्राप्त होता है....! 

तो जो जीवन में गंभीर बीमारी उत्पन्न होने वाली है....! 

उस से हम छुटकारा प्राप्त अवधि में कर लेंगे दो है....! 

अब इसके लिए हम को स्वयं विचार करना पड़ेगा स्वयं इस विश्लेषण करना पड़ेगा का युवा जो योग्य ज्योतिषी है....! 

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है जो वास्तव में चिंतन - मनन करते हैं....! 

है जो शास्त्रों का अध्ययन करते हुए विश्लेषण करते हैं....! 

ऐसे लोगों से परामर्श लेने के उपरांत आपको सही दिशा निर्देश मार्गदर्शन मिले का यथार्थ तरफ उपचार करते हुए....! 

स्वास्थ्य लाभ अनुभव करेंगे हैं और दूसरों को भी कराने में सफल होंगे....! 

मित्रों यह तो हम आपके समक्ष एक छोटा था....! 

यह महत्वपूर्ण बिंदुओं को सबस्क्राइब हमारे भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत बहुत पर अध्ययन करने दो है....! 

जीवन में घटने वाली घटना घटनाओं का जो कारण है....! 

का पता चलेगा और पता चलने के उपरांत पधारे हुए हैं....! 

है और शुभ समय इस समय में जो अशुभ लुट घटना घटने वाली है...!

कि उस पर हम विचार करेंगे इस चिंतन करेंगे इस गुफा का प्रयोग करेंगे और चतुर्दिक लाभ प्राप्त करने में सफल होंगे...! 

नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होगी और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी लुट करने में सफल होंगे और के मार्गदर्शक बने हैं....! 

मेरे प्रिय मित्रों आज के कि उस पर हम विचार करेंगे इस चिंतन करेंगे इस गुफा का प्रयोग करेंगे और चतुर्दिक लाभ प्राप्त करने में सफल होंगे...! 

नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होगी और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होगी लुट करने में सफल होंगे और के मार्गदर्शक बने हैं...! 

मेरे प्रिय मित्रों आज के ब्लॉग पोस्ट में इतना ही इसी तरह से हम आप लोगों के समक्ष इसी तरह से छोटी - छोटी जज चर्चाओं को ले करके आते रहते हैं...! 

ताकि आप लोग जाने स्वयं पध चिंतन करें स्वयं देखेंगे कि हमारे भारत के जो लोग थे...! 

सब कुछ रख हमको केवल उसको अपनाने की आवश्यकता से वंचित क्यों होते हैं...! 

है तो मेरा ब्लॉग पोस्ट में इतना ही इसी तरह से हम आप लोगों के समक्ष इसी तरह से छोटी - छोटी जज चर्चाओं को ले करके आते रहते हैं...! 

ताकि आप लोग जाने स्वयं पध चिंतन करें स्वयं देखेंगे...! 

कि हमारे भारत के जो लोग थे सब कुछ रख हमको केवल उसको अपनाने की आवश्यकता से वंचित क्यों होते हैं....! 

है तो मेरा का कार्य जो है आप लोगों के सामने दर्पण दिखाना है....! 

कि आप स्वयं देख सकते हैं....! 

कि हम कैसे हैं है तो जो कमियां है....! 

उसका सुधार स्वयं कर सकते हैं और अगर उसमें कंफ्यूजन होता है....! 

तो आप मार्गदर्शन लेते हुए हैं....! 

को उचित सलाह लेते हुए अपने अनुकूल हुए कार्यों को सफलताओं को प्राप्त करते हुए मानवीय जीवन यात्रा को सफल बने ऐसा धन्यवाद...!
 
!!!!! शुभमस्तु !!!
🙏हर हर महादेव हर...!! जय माँ अंबे ...!!!🙏🙏 पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर: - श्री सरस्वति ज्योतिष कार्यालय PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- -: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :- (2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) " Opp. Shri Satvara vidhyarthi bhuvn, " Shri Aalbai Niwas " Shri Maha Prabhuji bethak Road, JAM KHAMBHALIYA - 361305 (GUJRAT ) सेल नंबर: . ‪+ 91- 9427236337‬ / ‪+ 91- 9426633096‬ ( GUJARAT ) Vist us at: www.sarswatijyotish.com Skype : astrologer85 Email: prabhurajyguru@gmail.com Email: astrologer.voriya@gmail.com आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे ..... जय द्वारकाधीश.... जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

Wednesday, October 22, 2025

મહાનુભાવોનાં ભાવિ કેવાં રહેશે?

सभी ज्योतिष मित्रो को मेरा निवेदन है..., आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे..., मे किसी के लेखो की कोपी नहि करता..., किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही है..., कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्ता भाई..., और आगे भी नही बढ़ता..., आप आपके महेनत से त्यार होने से बहुत आगे बठा जाता है...,

धन्यवाद......,  जय द्वारकाधीश...,

મહાનુભાવોનાં ભાવિ કેવાં રહેશે?


વડાપ્રધાન નરેન્દ્ર મોદી માટે પ્રભાવશાળી વર્ષ, રાહુલ ગાંધી સરકાર સામે સતત સંઘર્ષરત રહેશે; જાણો મહાનુભાવોનાં ભાવિ કેવાં રહેશે?

22 ઓક્ટોબર, બુધવારથી વિક્રમ સંવત 2082 શરૂ થઈ ગયું છે. એવામાં ચાલો જાણીએ જ્યોતિષની દૃષ્ટિએ દેશના રાજકીય નેતાઓ માટે આ વર્ષ કેવું રહેવાનું છે.....! 

વડાપ્રધાન નરેન્દ્ર મોદી, ગૃહમંત્રી અમિત શાહ, વિપક્ષ નેતા રાહુલ ગાંધી, ગુજરાતના નવા ભાજપ - પ્રમુખ જગદીશ પંચાલ, મુખ્યમંત્રી ભૂપેન્દ્ર પટેલ સહિત મહાનુભાવોનાં ભવિષ્યફળ જાણો જ્યોતિષાચાર્ય પંડારામાં પ્રભુ વોરિયા રાજ્યગુરુ પાસેથી...!





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નરેન્દ્ર મોદી :

જન્મ:- 17-09-1950 
સવારે- 11.00 કલાકે, વડનગર.

વડાપ્રધાન નરેન્દ્ર દામોદરદાસ મોદી માટે સંવત 2082ની શરૂઆત ઘણી જ પ્રભાવશાળી રહેશે....!

વૃશ્ચિક જન્મ - લગ્નમાં ચંદ્ર - મંગળના નીચભંગ રાજયોગ અને ‘રુચક’ નામના પંચમહાપુરુષ રાજયોગ સાથે જન્મેલા PM મોદીને હાલમાં મંગળની મહાદશામાં બુધની અંતર્દશા ચાલી રહી છે....! 

બુધ પણ લાભસ્થાને ઉચ્ચ રાશિનો હોઇ PM મોદીનો દેશમાં વહીવટી તંત્ર અને સ્વયંની વાણી પર પ્રભાવ રહેશે....! 

ગોચરનો મીનનો શનિ અને કુંભનો રાહુ તેમને શાંતિથી જંપવા નહીં દે....! 

તેમની લોકપ્રિયતામાં સારીએવી ઓટ વર્તાશે....! 

એમ છતાં વર્ષની શરૂઆતમાં વૃશ્ચિકનો ગોચરનો મંગળ તેમને વધુ આક્રમક બનાવશે....! 

માર્ચ 2026 સુધીનો સમય તેમના માટે ઘણો જ સારો રહે....!

નવેમ્બર 2025થી માર્ચ 2026 દરમિયાન ભારતના મધ્યમવર્ગના લોકોની સુખાકારી માટે કોઇ મોટી જાહેરાત કરે....! 

વિદેશનીતિ અને વિદેશી સહયોગ માટે સતત પ્રયત્નશીલ રહેશે....! 

તેમના રાજકીય દાવપેચમાં વિરોધીઓના હાથ હેઠા પડતા જણાય....! 

વૈશ્વિક સ્તરે ભારતની નામના વધશે....!

વર્ગોત્તમી શુક્ર મોદીને વર્ષની શરૂઆતથી જ વિદેશભ્રમણ કરાવશે....! 

તેમની વિદેશયાત્રાઓ અને પાડોશી દેશો સાથેના સંબંધો ફળે કે ન ફળે...! 

પરંતુ તેમની જાહોજલાલીમાં કોઇ ફેર પડશે નહીં...! 

ચીન, પાકિસ્તાન અને અમેરિકા વચ્ચે ઘેરાયેલા રહેવા છતાં તેઓ સંવત 2082ના વર્ષ દરમિયાન પોતાની સત્તા ટકાવી રાખવામાં સફળ થશે....! 

અલબત્ત, જન્મના રાહુ, સૂર્ય ગોચરના શનિના ભ્રમણને કારણે પીડિત થતા હોઇ તેમણે આરોગ્યને લઇને સતર્ક રહેવું પડે...! 

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દેશના અર્થતંત્રને ટકાવી રાખવા અથાગ પ્રયત્નો કરવા પડશે....!

27મી ડિસેમ્બરે શનિ વક્રી ગતિમાંથી માર્ગી બનશે. એપ્રિલ - મે 2026 દરમિયાન મોદીએ વિપક્ષોના તીખા પ્રહારનો સામનો કરવો પડે...! 

બજેટની આર્થિક નીતિઓને કારણે જનતાની પણ નારાજગી અને ટીકાઓ સહન કરવી પડે....! 

કેટલીક રાજ્ય સરકારોમાં પણ બદલાવ આવવાની શક્યતા છે....! 

પાડોશી રાજ્યોની ઘૂસણખોરીવાળી પ્રવૃત્તિઓને લઇ દેશની પરેશાની વધે....! 

જૂન 2026થી ગુરુના કર્કભ્રમણ તથા મંગળના મેષ રાશિ પરથી થતા ભ્રમણ દરમિયાન મોદી માટે સારી સ્થિતિનું નિર્માણ થાય...! 

પરંતુ બૃહદ સંહિતાના વર્ણન મુજબ...! 

शनि दृष्टया वित्तनाश: परं कालान्तरं लाभ:। 

અર્થાત શનિ જ્યારે ગોચરમાં બીજા ધનસ્થાન પર દૃષ્ટિ કરે છે...! 

ત્યારે વાણી અને આર્થિક વ્યવસ્થા બંને પર નિયંત્રણની પરીક્ષા થાય છે....! 

પ્રથમ કઠણાઇ અને આલોચનાનો સામનો કરવો પડે, પરંતુ સમય જતાં પરિસ્થિતિ થાળે પડે છે....!

મતલબ કે સને 2026નું વર્ષ PM મોદી માટે અનેક વિટંબણા અને વિષમતાથી ભરેલું રહેશે....! 

ખાસ કરીને ચીન પર તેમણે વિશ્વાસ મૂકવા જેવો નથી....! 

મીડિયા પરનો તેમનો અંકુશ પણ ધીરે ધીરે ઓછો થતો જશે....!

અમિત શાહ :

22મી ઓક્ટોબર, 1964ના રોજ મુંબઇમાં જન્મેલા દેશના ગૃહમંત્રી અમિત શાહની કન્યા લગ્નની જન્મકુંડળીમાં સૂર્ય - શુક્ર તથા ચંદ્ર-મંગળનો પ્રબળ પરિવર્તન યોગ થયો છે....! 

આ ઉપરાંત લગ્ને બુધ ધનસ્થાને છે...! 

જે તેમને અન્ય નેતાઓ કરતાં કાર્યશૈલીની રીતે અલગ જ ઓળખ અપાવે છે...! 

શુભ કર્તરી રહેલા દેહભાવે તેમને સતત કાર્યશીલ અને સકારાત્મક પ્રવૃત્તિમય બનાવ્યા છે...! 

છઠ્ઠા શત્રુસ્થાને શનિ દ્વારા થયેલો વિપરીત રાજયોગ અને તેના પર મંગળની દૃષ્ટિ તેમને નીડરતા, બાહોશી અને નેતૃત્વક્ષમતાના ગુણો આપે છે...! 

આટલું હોવા છતાં ભાગ્યસ્થાને રહેલા ગુરુએ તેમનામાં ધાર્મિક શ્રદ્ધા અને ધર્મમાં અપ્રતિમ શ્રદ્ધાભાવના ગુણો વિકસાવ્યા છે....! 

હાલમાં તેમની ચાલી રહેલી ગુરુ - શનિની વિશોંત્તરી દશા - અંતર્દશા તેમને સત્તાસ્થાને ટકાવી રાખશે...! 

લોકોપયોગી કામો કરાવશે...! 

અલબત્ત, તેમની સામે દેશની આંતરિક સુરક્ષાના અનેક પડકારો ઊભા થશે....! 

શનિ અને રાહુનું ગોચર ભ્રમણ સંવત 2082ના અંત ભાગે તેમને આરોગ્યના પ્રશ્નો પણ સતાવે એવું ગ્રહગોચર નિર્દિષ્ટ કરી રહ્યું છે....! 

ખાસ કરીને ગુજરાતના રાજકારણ પર તેમનું પ્રભુત્વ છવાયેલું રહેશે....! 

ગુજરાતમાં વિકાસલક્ષ્મી કામોની અને પરિયોજનાનું તેમનું સ્વપ્ન સાકાર થશે...!

રાહુલ ગાંધી :

જન્મ: 10-06-1970
રાત્રે- 09:52, નવી દિલ્હી

19મી એપ્રિલ, 2014ના રોજ અસ્તિત્વમાં આવેલી 18મી લોકસભાના વિરોધપક્ષના નેતા રાહુલ ગાંધી 1ના મૂળાંકમાં જન્મેલા છે...! 

19 એપ્રિલનો મૂળાંક પણ 1 છે, જેનો અધિપતિ ગ્રહ સૂર્ય છે....! 

વળી, દસમા મકર-લગ્નમાં રાહુલનો જન્મ થયો છે. સમગ્ર લોકસભા સત્ર દરમિયાન રાહુલનો પ્રભાવ અને પ્રતિભા બંને ઊપસી આવશે...! 

હાલમાં રાહુની વિશોંત્તરી મહાદશામાં બુધની આંતરદશા ચાલી રહી છે...! 

જન્મના રાહુ પરથી ગોચરના રાહુનું ભ્રમણ રાહુલ ગાંધીને અપ્રતિમ લોકચાહના અપાવશે...! 

10 નવેમ્બર 2025થી 10 માર્ચ, 2026 સુધીનો સમય તેમને લોકઆંદોલન અને વિદેશપ્રવાસના સહારે સમગ્ર દેશ અને વિશ્વભરમાં અલગ જ ઓળખ અપાવશે...! 

ચંદ્ર - ગુરુ - શુક્રનો પરિવર્તન યોગ તથા બુધ - ગુરુ વગોત્મમી છે...! 

એવી ચારે શુભ ગ્રહોની પ્રબળતાના કારણે....! 

તેઓ વિશ્વવિખ્યાત હાર્વર્ડ અને કેમ્બ્રિજ યુનિવર્સિટીમાંથી એમ.ફિલ. જેવી ઉચ્ચ ડિગ્રી અને પોલિટિકલ સાયન્સના નિષ્ણાત બન્યા છે...! 

તેમની ઓળખ એક પ્રબુદ્ધ રાજકારણી અને માનવતાવાદી અભિગમ ધરાવતા લોકનેતા તરીકે પ્રસ્થાપિત થશે...! 

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લગ્નેશ શનિ ચતુર્થ સ્થાને નીચનો છે જે તેમને સંઘર્ષશીલ અને પોતાની માન્યતામાં અડગ રહેનાર બનાવે છે....! 

ગુરુ - શનિનો આધ્યાત્મિક યોગ તેમને કોઇ અગોચર શક્તિની સતત પ્રેરણા આપી રહ્યો છે....!

અલબત્ત, એક સ્વચ્છ રાજકીય પ્રતિભારૂપે ઊપસી આવવા છતાં એકલવીરની જેમ સરકારનાં અનેક કૌભાંડ છતાં કરશે....! 

1 જૂનથી પોતાની ઉચ્ચ રાશિ કર્કમાંથી ગોચર ભ્રમણ કરતો ગુરુ તેમને ઓચિંતી સફળતા અપાવશે...! 

તેમ છતાં સંવત 2082નું વર્ષ તેમના માટે સંઘર્ષ અને સત્તા સાથે સતત ઘર્ષણમય રહેશે એમ જણાય છે....! 

તેમને દાંપત્યજીવનનું સુખ પણ અપાવી શકે છે....!






યોગી આદિત્યનાથ :

5મી જૂન, 1972ના રોજ સિંહ - લગ્નની કેન્દ્રમાં સૂર્ય - બુધ-શનિની જન્મકુંડળી સાથે જન્મેલા ઉત્તરપ્રદેશના ખમતીધર ગામ માં જન્મ થયેલ હોય...!

મુખ્યમંત્રી યોગી આદિત્યનાથ સ્વતંત્ર મિજાજનું વ્યક્તિત્વ ધરાવતા હોવાનો ગ્રહ નિર્દેશ છે...! 

બુધ - શુક્રનો પરિવર્તન યોગ તથા ગુરુની ત્રિકોણ સ્થાને સ્વરાશિની પ્રબળ સ્થિતિ યોગીજીને સાત્ત્વિક, ધાર્મિક અને રાષ્ટ્રપ્રેમી બનાવે છે....! 

છઠ્ઠે રહેલો રાહુ તેમને શત્રુ પર નિર્દયી રીતે શસ્ત્રાઘાત કરતાં અટકાવી શકતો નથી....! 

રાષ્ટ્રદ્રોહીઓ સામે અડગતાથી પ્રહાર કરનાર...! 

યોગીજી ભીતરથી રાષ્ટ્રભાવનાના રંગે હંમેશાં રંગાયેલા રહેશે....! 

હાલમાં ચંદ્ર પરથી પસાર થતો ગોચરનો રાહુ તેમને આંતરિક હિતશત્રુઓથી પરેશાન કરશે અને તેમના માર્ગમાં કંટક વેરશે....! 

તેમ છતાં તેમનો રાજકીય પ્રવાસ વધુ ઉજ્જવળ બનશે....! 

ઉત્તરપ્રદેશમાં હાલમાં તેમનો વિકલ્પ ઊભો થાય એમ જણાતું નથી...!

જગદીશ પંચાલ :

ગુજરાત ભારતીય જનતા પાર્ટીના પ્રમુખ તરીકે 3 ઓક્ટોબરે જ પોતાની દાવેદારી નિશ્ચિત કરનાર..! 

જગદીશ પંચાલ - વિશ્વકર્માનો જન્મ 12 ઓગસ્ટ, 1973ના રોજ થયો છે....! 

મૂળાંક 3થી ગુરુપ્રધાન વ્યક્તિત્વ ધરાવનાર જગદીશભાઇએ પ્રમુખ બનતાં જ ‘પાણી કરતાં પાતળા’ બનીને ચાલવાની વાત કરી છે...! 

વિશ્વકર્માની ચંદ્ર-લગ્નની મકર રાશિની કુંડળીમાં ચંદ્ર વર્ગોત્તમી બને છે...! 

ચંદ્ર - શનિ - બુધનો પરિવર્તન યોગ થયો છે...! 

હાલનો ગોચરનો મીનનો શનિ તથા કર્કનો રાહુ તેમને ‘પાણી કરતાં પાતળા’ થવા ચોક્કસ મજબૂર કરશે...! 

શીર્ષસ્થ નેતૃત્ત્વના દોરીસંચાર મુજબ જ તેમણે કામ કરવું પડશે...! 

સંવત 2082ના શરૂઆતનો છ મહિનાનો સમય તેમના માટે પડકારરૂપ બનશે...! 

તેમ છતાં પંચાલ સફળતાપૂર્વક નેતૃત્વ પૂરું પાડશે એમ ગ્રહગોચર સૂચવી રહ્યા છે...!

ભૂપેન્દ્રભાઇ પટેલ :

15 જુલાઇ, 1962ના રોજ ગુરુના ઘરના ધન ચંદ્ર રાશિમાં જન્મનાર...! 

ગુજરાતના મૃદુ મુખ્યમંત્રી ભૂપેન્દ્રભાઇના ગ્રહયોગ તદ્દન સરળ, નિખાલસ અને ધર્મતત્ત્વમાં શ્રદ્ધાવાન હોવાનું સૂચવે છે...! 

તેમનામાં મક્કમતા અને કઠોરતાનો કોઇ ગુણ હોવાનું ગ્રહયોગના આધારે ફલિત થતું નથી...! 

સ્વગૃહી બુધ અને સૂર્યના બુધાદિત્ય અને પંચમહાપુરુષ ‘ભદ્ર’ યોગમાં જન્મેલા ભૂપેન્દ્રભાઇને ગુરુ અને મંગળે અજાતશત્રુ રાજકારણી બનાવ્યા છે...! 

કર્કનો રાહુ તેમને કાર્યસિદ્ધિ યોગ આપે છે. તેમનામાં અનુશાસનપ્રિયતા અવશ્ય છે...! 

સંવત 2082નું વર્ષ તેમના માટે પડકારરૂપ બની રહેશે...! 

તેમ છતાં તેઓ ગુજરાત નેતૃત્ત્વ હંકારશે એમ ગ્રહગોચ સૂચવી રહ્યા છે....!

હર્ષ સંઘવી :

ગુજરાતના Dy CM હર્ષ સંઘવીનો જન્મ 8 જાન્યુઆરી, 1985ના રોજ સુરત ખાતે થયેલો...! 

સ્વરાશિના ચંદ્ર, ગુરુ તથા મંગળ - શનિના પરિવર્તન યોગમાં જન્મેલા..! 

હર્ષ સંઘવીમાં ભણતર કરતાં ઘડતર વધુ છે...! 

શનિ - મંગળે તેમને બાહોશ અને બેબાક બનાવ્યા છે...! 

હાલના ગોચરમાં શુક્ર - મંગળ ઉપરથી પસાર થતો રાહુ તથા ચંદ્રથી બારમે પસાર થતો...! 

ગુરુ તેમને કોઇ નવા વિવાદમાં સપડાવી દે એમ જણાઇ રહ્યું છે...! 

ગોચરના શનિની જન્મના સૂર્ય - બુધ - ગુરુ પરની દૃષ્ટિથી તેમની પ્રતિભા ન ઝંખવાય એ માટે સતર્ક રહેવાની જરૂર છે....! 

કર્કનો ચંદ્ર તેમને કર્તવ્યનિષ્ઠ બનાવે છે...! 

જેઓ ના હસ્ત લેખિત કાર્ય તો વધુ માં વધુ ડાબોડી હર્ષભાઇ વ્યવસ્થા કુશળ અને ચપળ હોવા છતાં....! 

તેઓ પરિપકવ રાજનીતિજ્ઞ બનશે....! 

તો અવશ્ય આગામી સમયમાં જૂન 2026થી તેમનો પ્રમોશનનો સમય શરૂ થશે એમ જણાઇ રહ્યું છે...!

સોનમ વાંગચૂક :

લદ્દાખમાં લોકશાહી પ્રણાલીની સ્થાપના કરી...! 

ત્યાં સ્વતંત્ર રાજ્યનો દરજ્જો સ્થાપિત કરવા આંદોલન ચલાવી રહેલા...! 

પર્યાવરણવિદ સોનમ વાંગચૂકનો જન્મ 1 સપ્ટેમ્બર, 1966માં થયેલો...! 

તેમનની મેષ - લગ્નની કુંડળીમાં ગુરુ - મંગળનો નીચભંગ રાજયોગ તથા સ્વગ્રહી સૂર્ય સાથે બુધનો બુધાદિત્યયોગ તેમને નિશ્ચયાત્મક અડગ મનોબળના બનાવે છે...! 

મિકેનિકલ બી.ટેક.નો અભ્યાસ કરી શિક્ષણવિદ અને પર્યાવરણ સંરક્ષણક્ષેત્રે જનસેવાના કાર્ય કરનાર સોનમે બરફના ગ્લેશિયરમાંથી આઇસસ્તૂપનું સંશોધન કરી....! 

પર્વતીય વિસ્તારમાં જળસંગ્રહ કરવાનું અદભુત કાર્ય કર્યું છે....! 

ચીની ઉત્પાદનનો બહિષ્કાર કરી....! 

સ્વદેશી ચળવળ ઊભી કરનાર સોનમ વાંગચૂક હાલમાં રાષ્ટ્રદ્રોહના ગુનામાં જેલમાં બંધ છે....! 

SECMOL મૂવમેન્ટના સહારે લદ્દાખમાં તેમની મુક્તિ માટેનું લોકઆંદોલન જોર પકડશે....! 

હાલમાં સ્વરાશિનો સૂર્ય અને જન્મના શનિ ઉપરથી ગોચરના શનિનું ભ્રમણ તેમના લડાયક મિજાજને બળવત્તર બનાવશે....! 

તેમના સમર્થનમાં વ્યાપક જનઆંદોલન થશે...! 

જૂન 2026થી તેમનો સિતારો બુલંદ બનશે....! 

તેમની લોકચાહના સત્તાધીશોની પીછેહઠ કરાવશે....! 

કોર્ટનો નિર્ણય પણ તેમની તરફેણમાં આવે એમ જણાઇ રહ્યું છે...! 

અલબત્ત, જેલવાસ દરમિયાન તેમનું આરોગ્ય કથળશે એવા ગ્રહસંકેત મળ્યા છે...!

!!!!! शुभमस्तु !!!

आपका अपना पंडित प्रभुलाल पी. वोरिया, क्षत्रिय राजपूत जडेजा कुल गुरु का " जय द्वारकाधीश"
पंडित प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जडेजा कुल गुरु :-
प्रोफेस्सिनोल ज्योतिष एक्सपर्ट :-
-: 1987 वर्ष से ऊपर ज्योतिष का अनुभव  :-
श्री सरस्वती ज्योतिष कार्यालय
(2 गोल्ड मेडलिस्ट ज्योतिष और वास्तु साईंन्स )
" श्री आलबाई निवास  ", महा प्रभुजी बैठक के पास ,
एस टी. बस स्टेसन के सामने,  बैठक रोड ,
Jamkhambhaliya - 361305 Gujarat – India
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Mob. Number :+91- 9427236337, + 91-9426633096
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आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद..
नोट ::: ये मेरा शोख नही हे मेरा आजीविका हे, कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश..       

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